शनिवार, 16 दिसंबर 2017

तुम्हें अपना बनाने का मन करता है

वो जरुरत है हिसाब से प्यार करता है, ना तो इजहार करता है, ना मुझे स्विकार करता है।
कहने को तो मुझसे बहुत दूर रहता है, पर जुम्मा जुम्मा मुलाकात जरुर करता है।
पहले तो पागल हो जाता था मुझे बिना देखे, अब तो फोन पर बात तक नहीं करता है।
नौकरी से कारोबार सब ठप सा हो गया है, फिर भी उसके साथ दिल आबाद महसूस करता है।।

उसकी बातें उसकी आँखें उसकी अदा भूली नहीं जाती, उसका हर अंदाज मुझे पागल सा करता है।
लोगों से सुना है कि वो मेरी किस्मत में नहीं है, पर दिल इस बात को मानने से मना करता है।
सोचता हूं उसके साथ जिंदगी बिता दूं, पर जिस तरह कि उसकी बातें है ये असंभव सा लगता है।
लगता है उसे मेरे आंसूओं से दोस्ती सी हो गई है, जबही तो मेरी आँखे भरने की पुरजोर कोशिश करता है।।

मेरी मानो तो तोड़ दो अपने पुराने सारे वादे, तुम्हारे बिना तो अब जीने का मन भी नहीं करता है।
काश के एहसास हो तुम्हें तुमसे चाहत किस कदर है, ना जाने समझती नहीं हो या समझने का मन नहीं करता है।
खैर कुछ भी हो तुम हमेशा दिल में बसोगी, तुम्ही तो हो जिसपर आंखे बंद करके दिल भरोसा करता है।
और नसीहत है दूर जाने की कोशिश तक मत करना, तुम्ही वो शख्सियत हो जिसे अपना बनाने का दिल करता है।।


रविवार, 26 नवंबर 2017

वो मुझे अपना आईना बताता है

एक पैगाम जो हर रात आता है, किसी का ख्याब है जो मुझे सताता है।
दिन में कई बार रुठता है मुझसे, फिर अपने बीते कल पर आंसू बहाता है।
गजब का शख्स वो है, अकेले में रोता है और सबके सामने मुस्कुराता है।
बेचैन करके रख दिया उसने मुझे, ना मुझसे दूर रहता है ना करीब आता है।
उस इबादत की इबादत क्या करुं, जो इतना कुछ सहकर भी खुद को साधारण दिखाता है।
उसके लिए कीमती तो नहीं हूं मैं, फिर भी वो सबको मेरे किस्से सुनाता है।
कोई जब उससे पुछता है कि कौन है वो, तो मेरा चेहरा अपनी आंखो में दिखाता है।
और मैं कैसे साथ छोड़ूं उस शख्स का, जो गुमनाम रास्तों पर मुझे अपना हमसफ़र बताता है।



बुधवार, 15 नवंबर 2017

तू कहीं मुझे छोड़ ना जाए...

मेरे ख्यालों से शहर में वो रातों रात आबाद हो जाए, जी चाहता है उसे इतना पढ़ू कि मुझे वो याद हो जाए।
मौहोब्बत के सफर में वो साथ तो चल रहा है, पर डर है कहीं वो सारा का सारा बर्बाद हो ना जाए।
मैं खुश तो बहुत हूं, उसके साथ रहने में, पर चींता सी खाए जा रही है कहीं किसी का वो मेरे बाद हो ना जाए।

मंगलवार, 7 नवंबर 2017

एक अजीब सा एहसास है!

कल रात एक ख्याब ख्याबों में आया है, जिसने मुझे जिंदगी जीने का सलिखा सिखाया है।
मुझे अच्छे से पता है वो खत किसी और का है, महज बस मेरे पते पर आया है।
शायद उसे पढ़ने की हिम्मत नहीं है मुझ में, फिर भी मैं ने उसे सीने से लगाया है।
रास्ते अलग है दोनों के, फिर भी उसने मुझे मंजिल का पता बताया है।
ना जाने मैं सही हूं या गलत, पर बहुत कीमती है वो एहसास जो उसे छूकर आया है।
शायद पिछले जन्म का कोई अधूरा रिश्ता है, जो उसने इस जन्म में निभाया है।



बुधवार, 23 अगस्त 2017

वो मुझे छोड़ गया...

वो हंसकर अपना हर वादा तोड़ गया... कुछ इस तरह वो मेरा दामन छोड़ गया|
जो हर रोज कहता था कि तुम्हें चांद लाकर दूंगा... मंजिल करीब आने पर वो रास्ता छोड़ गया|
और जिसने यकीन दिलाया था कि मेरी मोहब्बत कबूल होगी... आज भरी महफिल में वो मुझे तन्हा छोड़ गया|
जवाब नहीं उसकी वफा का... हमें गुनहगार कहकर हमारी बेगुनाही का सबूत छोड़ गया|

शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

मेहंदी वाले हाथ...

वो मेहंदी वाले हाथ दिखा के रोई, किसी और की है ये बता के रोई।
मैंने उससे पूछा कि कौन है वो खुशनसीब, वो मेहंदी में उसका नाम दिखा के रोई।
और कहीं दिल ना टूट जाए मेरा इसलिए मेरे पास से हंस के निकली, और फिर दूर जाकर रोई।

बुधवार, 12 जुलाई 2017

ना मिलता है ना बात करता है...

ना तो वो मिलते है ना ही बात करते है, पर कल कोई कह रहा था केशव वो तुम्हे याद बहुत करता है।
मौहोब्बत तो मुझे भी खूब है उनसे, पर दिल टूटता है जब वो नज़र अंदाज करता है।
डर सताता है कि वो मेरी मौहोब्बत का तमाशा बना देगा, समझ नहीं पा रहा उसे भी मौहोब्बत है या बस टाईम पास करता है।

ठान लिया है मरते दम तक उसी को चाहुगा, कल एक मौलाना कह रहे थे इस कलयुगी दुनिया में कौन किसको याद करता है।


शनिवार, 8 जुलाई 2017

कितना प्यार है बता दे मुझको


सदीयो  से खोया हूं तेरी तेरी यादों में, किसी रोज आकर नीद से जगा दे मुझको।
एक घर में किसी किमती समान की तरह पड़ा हूं, दवे पैर आकार चुरा ले मुझको।
जिंदगी जिंदगी लगे कुछ ऐसा करिशमा कर, हकीक़त में ना सही सपने में ही गले से लगा ले मुझको।
और खुदा ऐसा कर वो मेरे बिना एक पल ना जी पाए, उसकी सांसों में ही बसा दे मुझको। 


गुरुवार, 6 जुलाई 2017

सब बदल गया...


उसका स्वभाव उसका दिमाग सब बदल गया, पहले तो वो ऐसा नहीं था अब तो उसका अंदाज बदल गया।
जब मिला था बहुत मासूम था वो, आज तो उसका पुरा लिबास ही बदल गया।
मैं फिजूल में सोचता था कोई दिल ना तोड़ दे उसका, मुलाकात के बाद तो ये सवाल ही बदल गया।
बड़ी नाजुक थी उसके हाथों की रेखा, अब उसकी किस्मत के साथ-साथ उसकी हाथों की लकीरों का जाल ही बदल गया।
मैं खामखा सोचता था वो मुझसे बिछड़कर पागल हो जाएगा, जब उससे नजरें मिली तो मेरा विचार बदल गया।

और मैं कैसे भरोसा करु उस शख्स पर, जो मुझे मंजिल पर छोड़कर अपना रस्ता बदल गया।।

शुक्रवार, 23 जून 2017

लौट आ...



कभी वो भी मुझसे बेपनाह प्यार करता था, जिससे आज मैं करता हूं।
कभी वो भी मेरे लिए खूब पड़पता था, जिसके लिए आज मैं पड़पता हूं।
मैं अक्सर उसको छोड़ के जाने की धमकीयां दिया करता था, उसी का इंतजार करता हूं।
और जिसको रात भर जगाकर बेचैनी से सो जाया करता था, आज उसको ख्वाब में याद करता हूं।
मिला था तो कदर ना की कभी उसकी, आज उसी को मंदिर मस्जिद गिरजाघर में तलाश करता हूं।
और जिसका कभी फोन उठाना भी जरुरी नहीं समझा, ना जाने आज दिन में उसे कितनी दफा फोन करता हूं।
याद है उसके रोने पर मैं हस दिया करता था, आज उसी के लिए अपने आंसू निलाम करता हूं।
उसने तो सारी हदे तोड़ दी थी वफ़ा की, मैं पागल जो उसे अब भी उसे बेवफा समझता हूं।

वो साथ था तो लगता था दुनिया साथ है मेरे, जब से गया है भरी भीड़ से खुद को अकेला करता हूं।।
और संभव हो तो लौट आओ, मैं अपनी गलतियां मानकर खुद को तेरे नाम करता हूं।

गुरुवार, 22 जून 2017

मैं उम्रभर उसका इंतजार देखता रहा...

जिसने कभी मेरा हाथ नहीं थामा, मैं उसकी राह देखता रहा ।
जिसने मेरे बारे में एक पल ना सोचा, मैं उम्रभर उसके बारे में सोचता रहा।
कहा पता था वो मुझसे इस कदर पेश आएगा, जिसका चेहरा बंद आंखो से देखता रहा।
मौहोब्बत करने के बाद लोग कहता है मैं वो ना रहा, ये जानने के लिए मैं कल पुरी रात आईना देखता रहा।
और वो मेरी किस्मत में ही नहीं था, मैं अपने हाथो की लकीरों उसका नाम देखता रहा।
समझ नहीं आया पागल कौन था, मैं जो उसे देखता रहा या वो जो दुनिया देखता रहा।

शुक्रवार, 16 जून 2017

जाल में आ जाऊंगा मैं...

तेरी जुल्फों के जाल में आ जाऊंगा मैं, तेरी बनाई इस चाल में जाऊंगा मैं।
तुझसे बिछड़ जीना मुश्किल था, पर नहीं पता था इस हाल में जाऊंगा मैं।
तुम्हारे साथ खुश रहन था, नहीं पता की तुमसे मौहोब्बत करके खुद को तन्हा हो जाऊंगा मैं।
तुम्हारे साथ रहकर मशहूर होना था, नहीं पता था जुदा होकर गुमनाम हो जाऊंगा मैं।
तुम पास थी तो हर जवाब था मेरे पास, नहीं पता था तुमसे दूर होने पर पहेली जाऊंगा मैं।
नहीं पता उम्र से बड़ी लड़की से मौहोब्बत करने की ये सजा मिलेगी,  कि हर पल हर सांस पछताऊगा मैं।।


रविवार, 11 जून 2017

वो अक्सर कहा करती थी...

वो कहती थी कि औरत जात है वफ़ा की... और ये लड़के होते हैं ना ये सब बेवफ़ा होते है... देखो तुम ये रसम तोड़ देना... मुझसे इतनी मौहोब्बत करना की सारी हदें तोड़ देना.. मुझे कभी छोड़ कर मत जाना मेरा दिल तोड़ कर मत जाना... वो अक्सर कहा करती थी कि मैं बहुत खुश हूं तुम्हारें साथ...देखो मैं ना तुम्हें किसी भी हालत में खोना नहीं चाहती... तुम्हारी यादों में रोना नहीं चाहती....  देखो मैं तुमसे बेहत प्यार करती हूं... मैं तुम्हारे बिना रह नहीं सकती तुम्हारे जाने का दर्द सह नहीं सकती... जाना अगर तुम मुझे नहीं मिलते तो क्या होता मेरा... तुम्हारे बिना तो मैं तन्हाइयों में कही खो जाती... तुम ना मिलते तो गहरी नींद सो जाती... देखो तुम ना कभी मुझसे नाराज ना होना... क्योकी मैं तुमको कभी उदास नहीं देख सकती.... तुम ना हर वक्त हंसते रहा करो.... जब तुम्हें हंसते हुए देखती हूं ना तो अपने सारे गम भूल जाती हूं... और हां जो ये तुम्हारें दोस्त है ना ये मुझे बिल्कुल अच्छे नहीं लगते तुम ना इनका साथ भी छोड़ दो.. जब ये तुम्हारे साथ नहीं होंगे तो तुम सिगरेट पीना भी छोड़ दोगे... वो अक्सर कहती थी कि कुछ ही दिनों की बात है बस फिर मेरा कॉलेज भी खत्म हो जाएगा... और ऑफिस में तुम्हारी भी प्रमोशन हो जाएगी फिर हम दोनों को फिर कोई अलग नहीं कर पाएगा... आज समझ आ रहा है वो सच ही कहती थी.. बस कुछ ही दिनो की बात थी.... बस कुछ ही दिन वो मेरे साथ थी.... जो कहती थी मुझे कभी मत छोड़कर जाना वोही मुझे छोड़ जाएगी... कभी सोचा नहीं था जो मुझे, मेरी आदाते, मेरे दोस्त बदलना चाहती थी वो एक दिन खुद इस कदर बदल जाएगी.... जो कहती थी कि मैं एक पल तुम्हें अपनी आंखो से दूर नहीं देख सकती वोही एक दिन सामने आने पर नज़रे चुराएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे जो मेरी इतनी परवाह करती थी वो एक दिन मुझे इस कदर रुलाएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे मौहोब्बत की बातें करने वाली ही मौहोब्बत का मजाक बनाएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे... नहीं पता था मुझे।।।

गुरुवार, 8 जून 2017

तुझे किसी से मौहोब्बत हो जाए...

खुदा करे तुझे किसी से मौहोब्बत हो जाए, फिर तु भी उससे जुदा हो जाए।
वो तुझे नज़रअंदाज़ करे, और तु उसका मुरीद हो जाए।
तु उसकी यादो में दिन-रात रोए, वो अपनी शोहरत में कही खो जाए।
तु उसका हर पल इंतजार करे, वो तुझे एक बुरे वक्त की तरह भुल जाए।।
तु उसके लिए हर दिन सपने संजोए, वो तेरी जिंदगी से गुमनाम हो जाए।
उसका हर ख्याल तेरी नीदो में घुंघरू पहन कर नाचे, वो हर रात बेचैनी से सो जाए।
वो दिन भी आए जब उसके सिवा कुछ दिखाई ना दे, वो तुझसे नज़रे चुराकर निकल जाए।
तु हर दम उसके लिए लिखता रहे, और वो इसे तेरी नादानी के किस्से बताता जाए।
तु हर रात सोचे की तु उसको भुल जाए, सुबह उठते ही तुझे फिर उसकी याद आ जाए।
खुदा करे तुझे किसी से मौहोब्बत हो जाए, फिर तु भी उससे जुदा हो जाए।

शुक्रवार, 19 मई 2017

मेरी वो बातें

मोहब्बत की जो बातें है वो उसको बतानी है।
जो रातों की कहानी है वो उसको सुनानी है।
कोई ऐसा पैतरा बतलाओं जो वो मेरी हो जाए।
है छोटी सी ये जिंदगी जो संग उसके बितानी है।।
वो मुझसे दूर है लेकिन हमेशा पास रहती है।
मैं सारी बातें भूल जाता हूं, पर वो याद रहती है।
कोई ऐसा रस्ता बतलाओं के वो मेरे पास आ जाए।
के मैं उस में खो जाऊ, के वो मुझमे में खो जाए।।







सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

एम विद यू टिल दी एंड

तुझसे बिछड़कर अंधेरो में कही खो जाऊगा, तेरी यादों में बेचैनी से मर जाऊगा।
पर मै इतनी आसानी से तो हार नहीं मानने वाला, तू घुटने टेकेगा तभी घर जाऊगा।।
मैं अनकहा अनसुना सा किस्सा हूं, अगर तू कौशिश करेगा तो आसानी से सुलझ जाऊगा।
और मैं अगर कल कुछ बना तो भी, तुझे छोड़कर कभी नहीं जाऊगा।।

बुधवार, 8 फ़रवरी 2017

मैं बहुत दूर चला...

आपने तो कुछ किया ही नहीं, ये सब आपसे करवाया गया है
किसी समय मैं आपका हुआ करते था, अब आपको मुझसे से दूर कराया गया है
कुछ कर भी तो नहीं सकता मैं, सोचकर देखिए ये आपसे क्या करवाया गया है
 हर पल आपके लिए ही तो था मैं, पर अब मुझे आप ही की नज़रो में गिराया गया है।
सोचा नहीं था आप मुझसे इस तरह पेश आएंगे,  पर ये सच भी मुझे दिखाया गया है
महिनो का गुरुर मिनटो में चूर हो गया मेरा, जबसे मुझे मेरा चेहरा दिखाया गया है
जब ये देखा है आइना खुद से अंजान हूं खुद से, ना जाने ये मुझसे क्या करवाया गया है
मैने धोका नहीं दिया आपको, आप ही के हाथो आपके शहर को बर्बाद कराया गया है।

सोमवार, 30 जनवरी 2017

तुम्हारे बिन...

तुम्हारा उम्र में बड़े होने का क्या फायदा, सब कुछ तो आधा-आधुरा समझती हो तुम!
अल्फाज तो झट से समझ लेती हो मेरे, मगर जज्बात क्यों नहीं समझती तुम!
और मेरे ना होने के बाद अहसास होगा तुम्हें, जब खुद को तन्हा देखोगी तुम!
कहा मानो छोड़ दो ये बेकार की जिद और मान जाओ, सच तो ये है मेरा कोई नहीं तुम्हारे बिन ! 

मंगलवार, 24 जनवरी 2017

तुम, तुम्हारी यादे, और मैं

कितनी मुश्किल से उसने मुझको भुलाया होगा, मेरी यादों ने उसको ना जाने कितना सताया होगा!
बातों ही बातों में जो उसकी आंखे छलकी होंगी, उसने चहरे को बाजुओ में छुपाया होगा!
सोचा होगा उसने दिन में कई बार मुझे, मेरा नाम हाथो पर लिख-लिख के मिटाया होगा!
और जहां भी उसने मेरा जिक्र सुना होगा, उसकी आंखो में आँसुओं का सैलाब आया होगा !
रात के गुजर जाने तक निंद ना आई होगी, उसने भी तकीए को सीने से लगाया होगा!

हुई होगी वो भी मेरी यादों में पागल, जब आधी रात के चांद ने उसको रुलाया होगा !

गुरुवार, 19 जनवरी 2017

काश कि ऐसा हो जाए...

काश के हम तुझसे नज़र चुराने लग जाए, और तुझको मुझे मनाने में जमाने लग जाए!
अब तो बस इतनी तमन्ना है कि मरते दम तक तुझको ही याद करे, और फिर उसके बाद ठिकाने लग जाए!
और सौ बरस बाद भी जो तुम आने का वादा करदो, कसम से हम आज ही से घर सजाने लग जाए!

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...