रविवार, 11 जून 2017

वो अक्सर कहा करती थी...

वो कहती थी कि औरत जात है वफ़ा की... और ये लड़के होते हैं ना ये सब बेवफ़ा होते है... देखो तुम ये रसम तोड़ देना... मुझसे इतनी मौहोब्बत करना की सारी हदें तोड़ देना.. मुझे कभी छोड़ कर मत जाना मेरा दिल तोड़ कर मत जाना... वो अक्सर कहा करती थी कि मैं बहुत खुश हूं तुम्हारें साथ...देखो मैं ना तुम्हें किसी भी हालत में खोना नहीं चाहती... तुम्हारी यादों में रोना नहीं चाहती....  देखो मैं तुमसे बेहत प्यार करती हूं... मैं तुम्हारे बिना रह नहीं सकती तुम्हारे जाने का दर्द सह नहीं सकती... जाना अगर तुम मुझे नहीं मिलते तो क्या होता मेरा... तुम्हारे बिना तो मैं तन्हाइयों में कही खो जाती... तुम ना मिलते तो गहरी नींद सो जाती... देखो तुम ना कभी मुझसे नाराज ना होना... क्योकी मैं तुमको कभी उदास नहीं देख सकती.... तुम ना हर वक्त हंसते रहा करो.... जब तुम्हें हंसते हुए देखती हूं ना तो अपने सारे गम भूल जाती हूं... और हां जो ये तुम्हारें दोस्त है ना ये मुझे बिल्कुल अच्छे नहीं लगते तुम ना इनका साथ भी छोड़ दो.. जब ये तुम्हारे साथ नहीं होंगे तो तुम सिगरेट पीना भी छोड़ दोगे... वो अक्सर कहती थी कि कुछ ही दिनों की बात है बस फिर मेरा कॉलेज भी खत्म हो जाएगा... और ऑफिस में तुम्हारी भी प्रमोशन हो जाएगी फिर हम दोनों को फिर कोई अलग नहीं कर पाएगा... आज समझ आ रहा है वो सच ही कहती थी.. बस कुछ ही दिनो की बात थी.... बस कुछ ही दिन वो मेरे साथ थी.... जो कहती थी मुझे कभी मत छोड़कर जाना वोही मुझे छोड़ जाएगी... कभी सोचा नहीं था जो मुझे, मेरी आदाते, मेरे दोस्त बदलना चाहती थी वो एक दिन खुद इस कदर बदल जाएगी.... जो कहती थी कि मैं एक पल तुम्हें अपनी आंखो से दूर नहीं देख सकती वोही एक दिन सामने आने पर नज़रे चुराएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे जो मेरी इतनी परवाह करती थी वो एक दिन मुझे इस कदर रुलाएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे मौहोब्बत की बातें करने वाली ही मौहोब्बत का मजाक बनाएगी.... सच मैं नहीं पता था मुझे... नहीं पता था मुझे।।।

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