मंगलवार, 7 नवंबर 2017

एक अजीब सा एहसास है!

कल रात एक ख्याब ख्याबों में आया है, जिसने मुझे जिंदगी जीने का सलिखा सिखाया है।
मुझे अच्छे से पता है वो खत किसी और का है, महज बस मेरे पते पर आया है।
शायद उसे पढ़ने की हिम्मत नहीं है मुझ में, फिर भी मैं ने उसे सीने से लगाया है।
रास्ते अलग है दोनों के, फिर भी उसने मुझे मंजिल का पता बताया है।
ना जाने मैं सही हूं या गलत, पर बहुत कीमती है वो एहसास जो उसे छूकर आया है।
शायद पिछले जन्म का कोई अधूरा रिश्ता है, जो उसने इस जन्म में निभाया है।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...