बुधवार, 15 नवंबर 2017

तू कहीं मुझे छोड़ ना जाए...

मेरे ख्यालों से शहर में वो रातों रात आबाद हो जाए, जी चाहता है उसे इतना पढ़ू कि मुझे वो याद हो जाए।
मौहोब्बत के सफर में वो साथ तो चल रहा है, पर डर है कहीं वो सारा का सारा बर्बाद हो ना जाए।
मैं खुश तो बहुत हूं, उसके साथ रहने में, पर चींता सी खाए जा रही है कहीं किसी का वो मेरे बाद हो ना जाए।

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