शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016

मैें,मेरा दर्द और वो

बहुत मशहूर हो दुनिया में, इस पर ज्यादा ना तुम इतराया करो
बहुत गूरूर है खुद पर, मगर इतना ना तुम बलखाया करो
वो दिन भी तो तुम याद करों, जब कहती थी रातों में मिलने आया करो
रातों में कितना सताया मुझे, इस बात का है तुम्हें एहसास कहां
कितनी दूर चाली गई मुझसे, अब और दूर जाने की जिद मत करो
बड़े सवाल मेरे पास, जो आजकल मैं खुद से करता हूं
तुम्हारे भी कुछ सवाल होंगे, वो सवाल आकर तुम मुझसे करो
इस छोटी सी दुनिया में ना जाने तुम कही खो गई हो
मैं ढुनता रहता हूं तुम्हें, इन गलतियों से मुझे रोका करो
कामयाब हो तुम, ये सफर तुमने खुद ही चुना है
मैं दुआ करुगा रब से, बाद में अफसोस ना करो
तुम्हार था... तुम्हारा हूं, तुम्हारा रहूँगा मैं सदा
अगर तुम इस बात से कभी परहेज ना करो
सफर की राहों में तुम तेजी से दौड़ी हो
निकल जाऊ ना मैं आगे, मुझे मजबूर ना करो
ये जज्बात है मेरे, इसे शायरी ना समझो तुम
मोहब्बत है ये मेरी, इसे तुम शेर ना समझा करो
मैं तुमसे प्यार करने की, खातिर दुनिया में आया हूं
फक्र करो इस बात पर, यू अफसोस ना करो
चला जाऊगा दुनिया से, ये सब कुछ छोड़-छाड़ कर
मैं नहीं चाहता, जाने के बाद मुझे तलाश तुम करो





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