तुम थी तो दुनिया थी मेरी, तुम नहीं हो तो विराना सा लगता है
तुम नहीं हो मेरे पास, तो सब कुछ बेगाना सा लगता है
बता तो दो क्या कमी है मुझमे, तुम्हारे बिना सब अंजाना सा लगता है
मैं पागल हूं, आशिक हूं, दिवाना हूं, ये सब लोग कहते है
तुम ये बताओ इतना सब होने के बाद भी ये अपनापन सा
क्यों लगता है
बताओं ना तुम तो इतनी दूर हो मुझसे, तो मेरे
दिल में क्यों रहती हो
ले जाओ अपनी यादें, मेरा दिल इनके साथ
बुझा-बुझा सा रहता है
तुम आज भी मेरे सपनो में आती हो, और फिर आकर
चली जाती हो
तुम्हारे यू आने से दिल में हलचल, जाने पर दिल शमशान
सा रहता है
तुम मुझसे बहुत अलग हो अच्छे से पता है, जबही
तो चुपचाप ये रहता है
ना जाने कितने दर्द सहता है, सब कुछ है इसके
पास फिर भी तनहा सा रहता है
रोज कहता है आज उनको भूल जाएगा, पर कहकर उनकी
यादो में रहता है
किसी और कि है वो, ये बात दिन में लाख बार इसको
समझाता हूं...
ये मेरी एक नहीं सुनता, खामखाह मायूस सा रहता
है....
तुम नहीं हो तो ये दिल विराना सा रहता है
सब कुछ इसके पास फिर भी बेगाना सा रहता है
कल तो हद ही हो गई, तुम्हारे जाने के बाद
कह रहा था अब मैं भी जा रहा हूं, उनकी तलाश में
उनकी यादो के साथ
समझाने लगा तो बोला मेरी छोड़, तू भी तो उनके
बिना बेजान सा रहता है...
मुझे तो समझा देता है, पर खुद के साए से क्यों दूर
रहता है
बता ये सिलसिला कब तक चलेगा... कब तक तू उनके
लिए यूही मरेगा
मैं कहता हूं... अब भी वक्त है भूल जा उन्हें,
मैं भी भूला दुगा
दोनों साथ में रहेगे, तू हसना मैं जिंदगी गुजार
दुगा
इतना सुन कर मैं खमोश हो गया... ना जाने इसकी
बातों में कब बेहोश हो गया
जब होश आया तो उसका नाम मेरे लबो पर था, दिल
धड़कते हुए बोला मुझे इसी बात का डर तो था
फिर दोनों खामोश हुए और सोचा उनकी यादो के सहारे
जिंदगी गुजार देते है
आधी तो कट गई, जो बची है उसे भी काट लेते है..
जीते-जी तो हम दोनों उनको भूल ना पाएंगे, लगता
तो है कि वो मरने के बाद भी याद आएंगे
अब भी खाली समय में हम दोनों अक्सर गुफ्तगू करते है,
भुला देंगे उन्हें एक दूसरे से ऐसे वादे हम करते है
तुम नहीं हो मेरे साथ, तो हसना भी मुझे
बचकाना सा लगता है
तुम थी तो दुनिया थी मेरी, तुम नहीं हो तो विराना सा लगता है
तुम नहीं हो मेरे पास, तो सब कुछ बेगाना सा लगता है
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