शनिवार, 26 नवंबर 2016

लौट आना...

इन खुशियो के बाद गम आए तो लौट आना, जब तुम खुलकर मुस्कुरा ना पाओ तो लौट आना
नए लोग, नई दुनिया नए दिलो में रह लो लेकिन, जब ये सब तुम्हें रास ना आए तो लौट आना
मुझे पता है नए लोगों कि दुनिया में तुम खुश हो लेकिन, जब ये सब तुम्हें छोड़ जाए तो लौट आना
और मेरी जिन फालतु बातों पर तुम बेहंतहा हसा करती थी, वो सब याद तुम्हें आए तो लौट आना

शनिवार, 12 नवंबर 2016

अपनी हर एक सांस बना ले तुमको...

दिल की धड़कनो में जो कयामत तक कैद रहें, जी चहाता है वो सांसे बना ले तुमको
किसी आंशू की तरह आंखो में बसा ले तुमको, और जब तुम्हारी याद आए हलके से निकाले तुमको
सुबहा शाम तुमको देखे, तुम्हारी खुशबू महसूस करें... किसी गुलाब सा घर में लगा ले तुमको
ये क्या अजीब तमन्ना है मेरी, किसी बच्चे की तरह गोद में उठा लू तुमको
मन तो करता है आग लगा सारी दुनिया को, अपनी दुनिया बना ले तुमको
तुम्हारे बिना क्या हाल है मेरा तुमको पता नहींं, मन में तो है किसी दिन दिल से रु-बा-रू करा दे तुमको

सोमवार, 7 नवंबर 2016

तुने समझा नहीं मुझे...

वो इतने पास थी मेरे, फिर भी कभी समझी नहीं मुझे
इस बात का दुख तो बहुत है,पर बिल्कुल भी शिकवा नहीं मुझे
मैं तुझे बेवाफा का खिताब कैसे दू, तुने तो एक पल भी सोचा नहीं मुझे
चहा तो तुझे एक सपने कि तरह था, पर तुने तो कभी देखा भी नहीं मुझे
कोयला समझकर रास्ते पर रख दिया, अफसोस तुने परखा नहीं मुझे

कब ठहरना था मुझे तुम्हारे पास, अच्छा हुआ तुमने भी रोक नहीं मुझे

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...