शनिवार, 10 दिसंबर 2016

वक्त मिले तो...

वक्त मिले तो वक्त देना मुझे, फिर वक्त से मांग लेना मुझे !
मेरी क्या मैं तो चाबी वाला खिलौना हूं
तुम्हारेे हाथो में भी खूब नाचुगा, जी भर के नचा लेना मुझे !
और दुसरो का सहारा लेना छोड़ दो तुम
तुम्हे हर रस्ते पर संभाल लुंगा, बस अपने पिछे चला लो मुझे !


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...