बुधवार, 23 अगस्त 2017

वो मुझे छोड़ गया...

वो हंसकर अपना हर वादा तोड़ गया... कुछ इस तरह वो मेरा दामन छोड़ गया|
जो हर रोज कहता था कि तुम्हें चांद लाकर दूंगा... मंजिल करीब आने पर वो रास्ता छोड़ गया|
और जिसने यकीन दिलाया था कि मेरी मोहब्बत कबूल होगी... आज भरी महफिल में वो मुझे तन्हा छोड़ गया|
जवाब नहीं उसकी वफा का... हमें गुनहगार कहकर हमारी बेगुनाही का सबूत छोड़ गया|

शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

मेहंदी वाले हाथ...

वो मेहंदी वाले हाथ दिखा के रोई, किसी और की है ये बता के रोई।
मैंने उससे पूछा कि कौन है वो खुशनसीब, वो मेहंदी में उसका नाम दिखा के रोई।
और कहीं दिल ना टूट जाए मेरा इसलिए मेरे पास से हंस के निकली, और फिर दूर जाकर रोई।

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...