गुरुवार, 7 मई 2020

एक लंबा अरसा हो गया है


इन अंधेरी रातों में हर सपना खो गया है
बंद आंखों में हर अरमान सो गया है
और वो भी दिन थे जब हर रोज़ तुम्हारा दीदार होता था
अब तो तुम्हे देखे भी एक लंबा अरसा हो गया है।।
एक तम्मना थी तुम्हारी काली आंखों में डूबने की
एक ख्वाब था तुम्हे चूड़ियां पहनाने का
हर रात टिमटिमाते थे जो ख्वाब, उनमे अन्धेरा हो गया है
देखो न तुम्हे देखे एक लंबा अरसा हो गया है।।
और सुनों मोहोब्बत-ए-हमसफ़र अब जीना मुश्किल है
क्योंकि पतझड़ के इस मौसम को बसंत से प्यार हो गया है
दोनों का मिलना मुमकिन नहीं, अब तो इस दुनिया से ही गिला हो गया है
और तुम्हे एहसास भी है हमें मिले एक लंबा अरसा हो गया है।।

अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय प्रेम कथा

#पार्ट_1 नोट- ये कहानी काल्पनिक हो सकती है इसको अन्यथा न ले बस रोमांच के लिए इसको पढ़े तो बेहतर होगा।। प्यार, मोहोब्बत, इश्क़, वफ़ा ये वो शब्द ...